अगर कभी प्यार किया है मुझे
कर दे दफ़्न मुझे फ़िर जीने दे ।१।
मत दे मुझे कोई ज़ख्म नया
पहले ये चाक-ए-जिगर सीने दे।२।
मत कर यूँ प्यासा रुख़सत मुझे
अपनी आँखों से दो घूँट पीने दे।३।
बरसों से खिज़ा का मौसम है
खुशियों के दो चार महीने दे ।४।
अपनी सूरत भी भूल गया अमित
दे तस्वीर अपनी न आईने दे ।५।
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